स्टेनलेस स्टील का आविष्कार मानव इतिहास के लिए यकीनन महान आविष्कारों में एक माना गया है | स्टेनलेस स्टील मुख्य रूप से संक्षारण प्रतिरोध के लिए जाना जाता है, जिसका उपयोग भिन्न-भिन्न अनुप्रयोगों में किया जाता है | हालांकि स्टेनलेस स्टील को 300 से 400 सीरीज के ग्रेड में बांटा गया है जैसे की sus 301, 302, 303, 303 cu और भी कई तरह होते है | लेकिन इसमें कार्बन की मात्रा का इस्तेमाल स्टील के ग्रेड के हिसाब से किया गया है, जिसकी वजह से स्टेनलेस स्टील उच्च तापमान और वेल्डिंग जैसे कार्य पर उपयोग करने के लिए अनुचित बनते है | आइये जानते है स्टेनलेस स्टील के चुनाव से पहले कौन सी बातों का ध्यान रखना चाहिए |
- परिचालन वातावरण अच्छा होना चाहिए :- आपको एक ऐसे स्टेनलेस स्टील को खोज करना चाहिए जो दिए गए वातावरण में अपना अच्छा प्रदर्शन दिखा सके | उन परिस्थितियों के बारे में ज्ञात करें जिसमें यह स्टील उत्पादों का सामना कर सके |
- यांत्रिक गुण सही होना चाहिए :- इसके बाद आप इस स्टेनलेस स्टील के यांत्रिक गुणों को अच्छे से निरीक्षण करे जैसे की इस स्टील की ताकत, लचीलापन, कठोरता आदि को जांच में महतव्ता देना आवश्यक है |
- संक्षारण प्रतिरोध होना चाहिए :- स्टेनलेस स्टील को जंग प्रतिरोधी होने के लिए अच्छी प्रतिष्ठा प्राप्त होती है | लेकिन इसके हर ग्रेड में विभिन्न प्रकार के प्रतिष्ठा मौजूद होते है | स्टील में उच्च स्तर के क्रोमियम होने के कारण यह जंग प्रतिरोधी के लिए काफी डिमांड में होते है |
- स्टील की रूपात्मक :- यदि स्टेनलेस स्टील के अनुप्रयोगों के लिए अच्छी फॉरमेबिलिटी की आवश्यक है तो बेहतर है की आप इसके मार्टसिटिक ग्रेड से बचे | यह ग्रेड काफी भंगुर होते है और इनमे अच्छे फॉर्मेबल में भी नहीं होते है | फॉरमेबिलिटी के लिए ओस्टेनिक ग्रेड जैसे की 302 और 304 स्टेनलेस स्टील आपके लिए बेहतर रहेगा |
यदि ऐसे और भी स्टेनलेस स्टील के बारे में जानकारी लेना चाहते या फिर अपने विचार विमर्श करना चाहते है तो आप बीके स्टील कंपनी का परामर्श कर सकते है | इनके पास हर तरह के स्टील मौजूद है और यह कंपनी अच्छे गुण वाले स्टील के साथ डील करता है |